Friday, December 3, 2010

नकली घी रो सीरो खा'र मर जावां




लाय लिपटगी घर स्यूं पण घर छोड़ कठि नै जावां ?

सूत्या सगळा राल्ली म्हे, किंनै दिल रो दरद सुनावां ?

खाण्डो कोनी, ढाल बी कोनी, अब कैंयाँ जान बचावां ?

जी म्हे आवै भायां नकली घी रो सीरो खा' मर जावां


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